बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष :- महात्मा बुद्ध केवल एक महान आत्मा व संत नहीं बल्कि सोच है,विचार है,ज्ञान है,विश्वास है, श्रद्धा है, प्रेम है।एक सकारात्मक ऊर्जा है।सत्य की खोज है। सिद्धार्थ गौतम शाक्यमुनि से गौतम बुद्ध तक की यात्रा है। सिद्धार्थ गौतम का जन्म एक राज परिवार में राजकुमार के रूप में वैशाख पूर्णिमा के दिन 563 ईसा पूर्व में हुआ। एक राज परिवार में जन्म लेने के बावजूद सिद्धार्थ सुख सुविधा व घर परिवार को त्याग सत्य के मार्ग का पालन करने हेतु वन में एक तपस्वी के रूप में जीवन यापन करते हुए बुद्धत्व को प्राप्त हुए। माना जाता है कि जब उनका जन्म हुआ तब एक साधु द्वारा भविष्यवाणी की गई कि आगे जाकर यह बालक या तो एक महान राजा या फिर संत बनेंगे।जो पूरी दुनिया में मानव कल्याण के लिए ज्ञान के प्रकाश से बदलाव लाएंगे अपने जीवन यात्रा में महात्मा बुद्ध ने अपने अनुयायियों को तीन प्रमुख सिद्धांत सिखाएं- * अहंकार का त्याग है * दूसरों से घृणा ना करें * क्रोध का त्याग करें उनके द्वारा प्रद्त शिक्षा केवल आध्यात्मिक जीवन जीने की प्रेरणा नहीं देती बल्कि संपूर्ण जीवन में कर्तव्य को कैसे संतु...
Mahamandaleshwar, Juna Akhara